सर गणेश दत्त सिंह (1868-1943) का जन्म नालंदा में हुआ था। वे कुशल प्रशासक एवं शिक्षाविद थे। उन्होंने स्वतंत्रता से पूर्व बिहार व उड़ीसा में शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में काफी काम किया।
सर गणेश दत्त सिंह ने स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व 14 अप्रैल 1933 को नियमावली बनाकर 'सर गणेश दत्त ट्रस्ट फंड कोष' का गठन किया था। इसके लिए उन्होंने वर्ष 1923 से 1936 तक बिहार-उड़ीसा का मंत्री रहने के दौरान अपने वेतन चार हजार रुपए का तीन-चौथाई अंश जमा कर फंड के लिए धन संचित किया था।
इसके गठन के पीछे उनका उद्देश्य पटना विवि में अध्ययनरत वैसे छात्रों की मदद करना था, जिनकी अभिरुचि विज्ञान, तकनीकी और उद्योग संबंधी उच्च शिक्षा प्राप्त करने में थी, लेकिन निर्धनता आड़े आ रही थी।
पटना विवि को घर दे दिया था दान
सर गणेश दत्त सिंह, उन्होंने अपना घर 'कृष्णा कुंज' पटना विवि को दान में दे दिया था। इसी इमारत में आज 'इंस्टीट्यूट आफ साइकोलाजिकल रिसर्च एंड सर्विस' है। पूर्व न्यायाधीशों को पटना विवि के कुलपति के रूप में चुनने की परंपरा पर भी उनके प्रयास से ही विराम लगा।